Thursday, June 13, 2019

बड़ा आदमी बनने का सबसे आसान तरीका!!

अक्सर हम में से कई लोग ये कहते हुए पाए जाते हैं कि फलां का काम बहुत बढ़िया है, सब कुछ सेट है उसका। मस्ती भी करता है,कोई मेहनत भी नही है खास और खूब सारे पैसे और शोहरत है उसके पास। दरअसल सच्चाई कम ही लोग देखना या समझना पसंद करते हैं। आपने 'टिप ऑफ द आइसबर्ग' कहावत सुनी होगी, जिसमे व्यक्ति सिर्फ उस हिस्से को देखता है जो उसे वास्तव में आंखों से दिख रहा होता है।
दुनिया का कोई भी काम आसान नही है और कोई भी ऐसा काम नही है जो आपको बड़ा और महान नहीं बना सकता है।
उसके उलट सच्चाई ये है कि जिसे आप छोटा काम समझ रहे है उस काम में, आपको ऊपर ले जाने की क्षमता सबसे ज्यादा है।  ऐसा मैं इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि 99.9% लोगो नेता उस काम को ठीक उसी नजर से देखा है जैसे आप देख रहे हैं। आप गूगल कीजिये और पता कीजिये ,आपको ढेरो वो कहानिया मिलेगी जो हटकर थी, लोगो ने उन कामो में महारथ हासिल की जो गैरपारंपरिक थे।
बड़ा और महान बनना वाकई आसान है बशर्ते आप अपने हुनर या शौक को काम बना पाएं। जितना मुश्किल आपको सफलता लग रही है वो दरअसल उतनी है ही नही..वो उससे कहीं काम है। जरूरत है तो सिर्फ आपको पहले कदम बढ़ाने की। आपका पहला कदम निर्धारित करता है आप कितना दूर जाएंगे।
मैं एक ताजा वाकया आपको बताता हूं ,हाल ही मे मैने रॉक क्लाइम्बिंग (पर्वतारोहण) का कोर्स किया है।एक इवेंट ऐसा भी था जिसमें रेस्क्यू (राहत कार्य) करना था,जिसके तहत एक घायल व्यक्ति को अपनी पीठ पर बांधकर 100 फ़ीट की ऊंची सीधी खड़ी चट्टान से नीचे उतारना था। ये देखने में में जितना साहसिक और पुण्य का काम लग रहा था मेरी बारी आते आते मुझे काफी मूर्खतापूर्ण और डरावना लगने लगा। मैंने अपने आपको समझाना शुरू किया कि मेरे घुटने में चोट लगी है मुझे ये नही करना चाहिए और ये बेहद डरावना भी है।
इंस्ट्रक्टर ने समझाया आपके घुटने में चोट है और आपका साथी जिंदगी मौत की लड़ाई लड़ रहा है,तब भी आप घुटने की चोट का बहाना बनायेगे।
अंततः मैंने टास्क करने का फैसला किया, और बहुत अच्छे से टास्क को पूरा किया। यकीन मानिए की पहला कदम चलते ही यकीन हो गया कि बात सिर्फ पहले कदम की है। हम सब पहला ही कदम नही उठाते हैं।
तो दोस्त .....
पहला कदम उठाओ
और चल पढ़ो..
यकीन मानो आप कर जाओगे!!!